फाइनेंस क्या है और आखिर क्यों Financial knowledge इतनी जरूरी है ?

फाइनेंस क्या है | फाइनेंस क्या होता है | फाइनेंस का मतलब क्या होता है | फाइनेंस का अर्थ क्या होता है | फाइनेंस क्या है हिंदी में | फाइनेंस का क्या मतलब होता है | finance meaning in Hindi | finance kya hai | what is finance in hindi | फाइनेंस मीनिंग इन हिंदी | फाइनेंस कितने प्रकार के होते है

फाइनेंस, एक ऐसा विषय जिसके बारे में आपको कोई भी स्कूल या कॉलेज नहीं बताएगा। क्योंकि स्कूल और कॉलेज के पढ़ाने का मकसद दूसरा होता है। दूसरा यानी उनका मकसद बस बच्चों को अच्छी जगह जॉब दिलाना होता है। 

यह तो बात रही स्कूल और कॉलेज की इनके अलावा आपको आपके घर वाले भी फाइनेंस के बारे में नहीं बताएंगे। क्योंकि फाइनेंस मतलब पैसा और पैसे की बात तो शायद ही किसी घरों में होती होगी। 

तो अब सवाल ये है कि फाइनेंस के बारे में हमें कौन सिखाएगा ? इसका जवाब है ऐसे यूट्यूब चैनल और ब्लॉग जैसे finoacer.com जो फाइनेंस के बारे में सिखाते हो। 

दोस्तों हो सकता है की आप लोगों ने अपनी जिंदगी में कभी न कभी तो जरुर ही फाइनेंस शब्द के बारे में सुना होगा, लेकिन हो सकता है आपको उसके बारे में सही से समझ ना आया हो ।

तो इसलिए हम आप को इस पोस्ट ( फाइनेंस क्या है ) के मध्यम से फाइनेंस की पूरी जानकारी देंगे। साथ ही ये भी बताएंगे की फाइनेंस के बारे में जानना हमारे लिए क्यों जरूरी है।

फाइनेंस का अर्थ क्या है | Finance meaning in hindi 

फाइनेंस का हिंदी अर्थ होता है वित्त। लेकिन यह तो फाइनेंस शब्द का सिर्फ translation है। दोस्तों सही मायनो में फाइनेंस का अर्थ होता है पैसों को मैनेज ( manage ) करना । 

फाइनेंस = धन प्रबंधन ( money management ) 

फाइनेंस क्या है | फाइनेंस की परिभाषा

फाइनेंस यानी पैसों का मैनेजमेंट। जिसमे income, expense, investing, saving और budgeting आदि शामिल है । 

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Finance kya hai

फाइनेंस हमें ये बताता है कि कैसे एक व्यक्ति या कंपनी या सरकार पैसा हासिल करती है और उन हासिल किए हुए पैसों को कैसे खर्च करती है और निवेश करती है।

फाइनेंस को आप इस उधारण के जरिए समझ सकते हैं कि जिस तरह सभी देशों में जो वित्तीय मंत्री ( Finance ministers ) होते हैं। उन सब का मुख्य काम होता है पैसों को मैनेज करना। कोनसा पैसा कहां जा रहा है कहां से आ रहा है किस में खर्च करना चाहिए किस में नहीं करना चाहिए आदि।

फाइनेंस कितने प्रकार के होते है | Types of finance 

फाइनेंस का अर्थ और फाइनेंस की परिभाषा को समझने के बाद अब यह भी समझ लेते हैं की फाइनेंस कितने प्रकार के होते हैं।

 फाइनेंस मुख्य रूप से 3 प्रकार के होते है ।

1.Personal finance  ( व्यक्तिगत वित्त )

2.Corporate finance  ( निगम वित्त )

3.Public finance  ( लोक वित्त )

Personal finance ( व्यक्तिगत वित्त )

Personal finance ( व्यक्तिगत वित्त )
Personal Finance

पर्सनल फाइनेंस हमें किसी व्यक्ति ( person/individual ) के income, expenses, savings और investment Planning के बारे में बताती है ।

या

आसान भाषा में पर्सनल फिनानेस का मतलब होता है के कोई व्यक्ति ( person / individual ) अपने पैसों से संबंधित निर्णय जैसे budgeting, insurance, mortgage planning, savings and retirement planning आदि कैसे लेता है।   

Corporate finance ( निगम वित्त )

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Corporate Finance

जिस तरह पर्सनल फाइनेंस में किसी व्यक्ति की बात की जाती है उसी तरह कॉरपोरेट फाइनेंस हमे किसी कंपनी या corporation की income, expense, budgeting और investment planning के बारे में बताती है।

Corporate finance ( निगम वित्त )
Corporate Finance

कॉर्पोरेट फाइनेंस का मतलब है वो सारे वित्तीय गतिविधियां ( Financial activities ) जो एक कॉर्पोरेशन या कंपनी को चलाने से संबंधित है।

कॉरपोरेट फाइनेंस की विधि गतिविधियों को आप इस Image के माध्यम से समझ सकते है:

Financial Activities In Corporate Finance
Some Financial Activities In Corporate Finance

Public finance ( लोक वित्त )

पब्लिक फाइनेंस हमे किसी सरकार ( government ) चाहे वो राष्ट्रीय ( national ) स्तर पर हो या राज्य ( state ) स्तर पर हो या फिर स्थानीय ( local ) स्तर पर हो उसकी income, expenses, budgeting और  investment planning के बारे में बताती है। 

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 Public Finance
Credit – Corporate Finance Institute

पब्लिक फाइनेंस इस बात से संबंधित है के एक सरकार ( government ) चाहे वो किसी भी स्तर पर हो कैसे पैसे उठाती ( raise ) है ? और उन उठाए हुए पैसों को कैसे खर्च करती है ? और वो पैसे जो सरकार खर्च करती है उसका हमारे समाज ( society ) पे क्या असर पड़ता है ? 

फाइनेंशियल शिक्षा क्यों जरूरी है ? | Why is financial knowledge essential ?

आप लोगो के मन में ये बात तो जरूर आई होगी के आखिर Financial knowledge क्यों इतनी जरूरी है ?

तो मैं आपके इस सवाल का जवाब कुछ यू देना चाहूंगा के आपने अपने आस पास कुछ ऐसे लोग जरूर देखे होंगे जो कहते होंगे की ” मैं ने अपनी जिंदगी में बहुत पैसा कमाया लेकिन उन कमाए हुए पैसों को संभाल कर रख नही पाया और उन पैसों का सही इस्तेमाल नहीं कर पाया ” ।

   तो आप इस पूरे statement ( बयान ) में 2 चीजों को देख सकते है, पहली चीज है इस आदमी के द्वारा पछतावा ( guilt ) और दूसरी चीज है उस आदमी की जिंदगी में financial knowledge की कमी। जिसकी वजह से वो कभी कामियाब ना हो पाया।

 • फाइनेंशियल शिक्षा क्यों जरूरी है इसे एक और मिसाल के जरिए समझते है। मान लिजी के A और B दो आदमी है।

A एक महीने में 100000 ( एक लाख ) रुपया कमाता लेकिन उसे जरा सी भी financial knowledge नही थी और वो कभी भी अपने future के बारे में नहीं सोचता जितनी जरूरत होती उससे बोहोत ज्यादा पैसे अपने फालतू के खर्चों में उड़ा देता।

जैसे लाखों की महंगी गाड़ी लेता, नया महंगा phone लेता, और भी बोहोत सी महंगी महंगी चीज़ें लेता वो भी EMI में और उसी EMI की भरपाई जिंदगी भर करता रह जाता लेकिन कभी भी अपने पैसों को invest करने के बारे में नहीं सोचता।

B एक महीने में 40000 ( चालीस हजार ) रुपया कमाता  लेकिन उसने अपनी जिंदगी में financial knowledge को बोहोत महत्व दी और हमेशा अपने future के बारे में सोचता और कोई भी फालतू के खर्चे नही करता।

जितनी जरूरत होती बस उतने ही पैसे खर्च करता और अपने पैसों को बचाता ( save करता ) और उन बचाए हुए पैसों को सही जगह निवेश करता। 

जैसे stock market, Mutual funds, Real estate, Business, commodities जैसे gold और silver वगैरा वगैरा में। 

तो आप ही बताइए के A और B इन दोनो में से कोन पहले financial freedom को हासिल करेगा ?

      Ans :-  B

क्योंकि A ने अपने सभी पैसों को liabilities ( देनदारियों ) में लगा दिया जिससे उन liabilities की भरपाई करने के लिए उसे अपनी आखरी सांस तक काम करना पड़ा।

लेकिन B ने अपने सभी पैसों को Assets ( संपत्तियां ) में लगा दिया जिससे B के लिए उसके assets काम करते गए और उन assets ने ही उसे financial freedom प्राप्त की और जल्दी retirement भी दिला दी। 

फाइनेंस कंपनी का काम क्या है ?

फाइनेंस कंपनी का काम क्या है ? फाइनेंस कंपनी का काम होता है लोगों को या businesses को लोन देना और उन दिए हुए लोन को वापस लेना interest के साथ।

फाइनेंस कंपनी private भी हो सकती है और government ( सरकारी ) भी।

अब आप सोच रहे होंगे के फाइनेंस कंपनी और bank तो एक जैसे ही हुए ? लेकिन ऐसा नहीं है क्योंकि ये फाइनेंस कंपनी लोगों से कोई cash deposits नही लेती है जब के bank लेती है और फाइनेंस कंपनी लोगों से कोई cheque भी नही लेती है जब के bank लेती है।

 फाइनेंस कंपनी लिस्ट

फाइनेंस कंपनी के काम को समझ लेने के बाद अब कुछ बढ़िया फाइनेंस कंपनी के नाम भी जान लेते हैं।

1.  Bajaj Finance Limited

2.  Housing Development Finance Corporation Limited (HDFC)

3.  L&T Infrastructure Finance Corporation Limited

4.  LIC Housing Finance Limited

5.  Mahindra Financial Services Limited

6.  Muthoot Finance Limited

7.  Tata Capital Financial Services Limited

8.  Aditya Birla Finance Limited

9.  Indian Railway Finance Corporation Limited

10.  Kotak Mahindra Prime Limited

माइक्रो फाइनेंस क्या है ? ( Micro finance kya hai )

माइक्रो फाइनेंस का मतलब होता है गरीबों को financial services प्रदान करना। उधारण के लिए ऐसे लोगों को लोन देना जिनके पास बैंकिंग सुविधा ना हो। यानी उन लोगों के आस-पास कोई बैंक नहीं है तो वह कैसे लोन लेंगे ऐसे में माइक्रोफाइनेंस उनकी मदद करता है।

Micro credit, Micro savings, Micro insurance आदि सब माइक्रो फाइनेंस में शामिल है।

फाइनेंस क्या है – FAQ

Q. फाइनेंस क्या है या फाइनेंस का मतलब क्या है ?

Ans:- फाइनेंस यानी पैसों का मैनेजमेंट। जिसमे income, expense, investing, saving और budgeting आदि शामिल है । 

Q. फाइनेंस का हिंदी अर्थ या finance meaning in hindi ?

Ans:- फाइनेंस का हिंदी अर्थ होता है वित्त। लेकिन यह तो फाइनेंस शब्द का सिर्फ translation है। दोस्तों सही मायनो में फाइनेंस का अर्थ होता है पैसों को मैनेज ( manage ) करना ।

Q. फाइनेंस यानी वित्त के 3 प्रकार कौन से हैं ?

Ans:- वित्त मुख्य रूप से 3 प्रकार के होते है। 
1.Personal finance  ( व्यक्तिगत वित्त )
2.Corporate finance  ( निगम वित्त )
3.Public finance  ( लोक वित्त )

Q. वित्त क्या है ?

Ans:- फाइनेंस का हिंदी अर्थ होता है वित्त, और वीर का मतलब होता है धन प्रबंधन ( money management )।

फाइनेंस क्या है – Conclusion

दुनिया में ज्यादातर लोग जो सफल होते हैं वह लोग अपनी जिंदगी में फाइनेंस को बहुत महत्व देते हैं। और फाइनेंस को महत्व देने के कारण अपने पैसों को एक का डबल करते रहते हैं। 

क्योंकि वह इस बात को जानते हैं कि पैसे तो कोई भी कमा सकता है लेकिन उस पैसे से और पैसे बहुत कम ही लोग कमा पाते हैं। 

और जो कमा पाते हैं वही सही मायनों में सफल कहलाते हैं। तो अगर आप लोगों को भी अपने जीवन में सफल बनना है तो उस सफलता की नीव ( base ) में फाइनेंस जरूर होनी चाहिए। जिससे आप अपनी तरक्की को और बढ़ा सकते हैं।

तो दोस्तों हमने इस लेख में फाइनेंस और उसके प्रकार के बारे में तो जान लिया लेकिन अगर आप लोगों को फाइनेंस यानी पैसों से संबंधित चीजों के बारे में विस्तार से जानना है तो आप इस Telegram Channel को जरूर जॉइन करें।

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