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Business kya hai ? दोस्तों आज के इस ज़माने में हर कोई इस बात को अच्छे से जानता है के एक सफल बिजनेस इंसान को कितनी ऊंचाई तक पोछा सकता है और एक असफल बिजनेस इंसान को कितनी बुरी तरह बरबाद भी कर सकता है ।
कुछ लोग इसी ऊंचाई में पोहोचने वाली बात मतलब के फायदे की बात ( pros ) को सुन कर बहुत खुश हो जाते है और बिना कुछ जाने की आखिर Business kya hai अपने बिजनेस की शुरुआत कर देते है और बरबाद हो जाते है ।
लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते है जो बिजनेस के फायदे की बात ( pros ) और नुकसान की बात ( cons ) दोनो को जानने की कोशिश करते है और उन सभी बातों को जानने के बाद अपने बिजनेस की शुरुआत करते है ।
• और ये करना समझदार लोगों की निशानी होती है ।
” अब मेरा आपसे ये सवाल है के क्या आप भी इन समझदार लोगों की गिनती में आना चाहते हो ” ?
अगर हां है तो आप ज्यादा सोचिए मत !!!
क्योंकि आपको बिजनेस से संबंधित सभी चीजों के बारे में बताने की जिमादारी मेरी है । आप का काम बस इतना है के इस पूरे पोस्ट Business kya hai को बहुत ही ध्यान से पढ़े और समझे ।
Business kya hai ? | Business kya hai in hindi
आसान भासा में कहे तो बिजनेस का मतलब होता है goods ( सामान ) और services ( सेवा ) लोगों को बेच कर उनकी जरूरतों को पूरा करना और पैसे कमाना ।
- बिजनेस का हिंदी अर्थ होता है व्यापार या व्यवसाई ।
ये तो सिर्फ समझने के लिए एक defination थी के business kya hai ? लेकिन बिजनेस का असल मतलब समझने के लिए मैं आपको तीन ऐसे term के बारे में बताऊंगा जिन्हे जान कर आप बिल्कुल अच्छे से समझ जाओगे के आखिर ये Business kya hai ?
और वो तीन term है ।
- Employee / Job
- Self Employed
- Business
Employee
वो व्यक्ति जो किसी और के लिए एक फिक्स ( fixed ) समय से फिक्स ( fixed ) समय तक काम करता है उसे Employee कहते है और Employee जिस के लिए काम करता है वो व्यक्ति boss होता है ।
- Employee जो काम करता है उसे Job कहते है ।
Employee को काम करने के बदले में पैसे मिलते है जिसे salary या remuneration कहते है। अगर एक employee अपने काम में नही जाए तो उसे कोई पैसा नहीं मिलेगा । मतलब Employee को अपने काम के लिए हर पल हाजिर रहना जरूरी है ।
- Employee = Active income
Self – Employed
Self employed का मतलब होता है वो व्यक्ति जो अपने आप के लिए काम करता है । मतलब अपना boss खुद होता है । जैसे कोई छोटे दुकान का मालिक जो अपने दुकान में खुद ही बैठता हो , कोई doctor जो अपने clinic में खुद ही बैठता हो ।
और अपना सारा का सारा समय अपने काम को देता हो यानी self employed को भी हर पल अपने काम के लिए हाजिर होना जरूरी होता है ।
अगर self – employed भी अपने काम में नही जायेगा तो उसे भी कोई पैसा नहीं मिलेगा । Self employed भी बिजनेस जैसा ही होता है क्योंकि बिजनेस की तरह इसमें भी किसी दिन बहुत फायदा हो सकता है और किसी दिन बहुत नुकसान भी ।
Self-employed = Active income
Business
Business का मतलब आप इस तरह समझ सकते हो के मान लीजिए के किसी व्यक्ति ने self employed की तरह खुद भी एक दुकान खोली और खुद ही उस दुकान में बैठने लगा और अपना सारा समय उसी दुकान में देने लगा बिलकुल self employed की तरह ।
लेकिन जब उसकी दुकान चलने लगी तो उसने एक और नई दुकान खोली फिर एक और , एक और करते करते बहुत सी दुकानें खोल डाली । अब आप ही बताइए के कोई व्यक्ति अगर इतनी सारी दुकानें खोल दे तो क्या वो खुद कभी उन दुकानों में बैठ बायेगा ?
जवाब :- नही !
वजह :- क्योंकि एक व्यक्ति एक समय में इतने सारे दुकानों में कभी नहीं बैठ पाएगा ।
इसलिए उस व्यक्ति ने अपने उन सभी दुकानों को चलाने के लिए बहुत से लोगों को चूना और अपने उन दुकानों में बैठा दिया । अब उन दुकानों से जितनी भी कमाई होती ( सभी लोगों को देने के बाद ) वो उस व्यक्ति के पास पोहोच जाती ।
और उस व्यक्ति को अपने उन सभी दुकानों में जरा सा भी वक्त देने की जरूरत नहीं थी इसका मतलब उस व्यक्ति के सभी दुकान उसके बिना ही चल रहे थे । तो दोस्तों इसे ही business कहते है और जिस व्यक्ति ने इसे किया उसे businessman कहते हैं ।
जो business kya hai का मतलब बहुत ही ज्यादा अच्छे से समझते है जिस वजह से वो सफल लोगों की गिनती में आते है ।
उधारन :- Haldiram , Mcdonalds , KFC ,आदि ।
- Business = Passive income
अब मैं उम्मीद करता हु के आप अच्छे से समझ गए होंगे के ये business kya hai ?
Business का उद्देश क्या है
Business का सबसे पहला उद्देश होता है लाभ कमाना । फिर उसके बाद किसी उद्देश की तरफ ध्यान दिया जाता है क्योंकि अगर किसी बिजनेस में लाभ नहीं हो रहा है तो उस बिजनेस में किसी भी तरह का बदलाव नहीं आ पाएगा और ना ही वो बिजनेस ज्यादा दिन तक चल भी पाएगा ।
जिस तरह एक पेड़ के लिए पानी बहुतजरूरी होता है उसी तरह बिजनेस के लिए भी लाभ ( फायदा , profit ) बहुत जरूरी होता है ।
लेकिन कुछ बिजनेस ऐसे होते है जिनका उद्देश लाभ कमाना नहीं होता है बजाए उसके समाज सेवा करना होता है । ऐसे बिजनेस को NPO ( Non profit organization ) कहते है जिसके बारे में हम आगे पढ़ेंगे ।
Business के प्रकार | Types of Business in Hindi
Business kya hai के बारे में जानने के बाद अब चलते है इस बात को समझने के लिए के आखिर बिजनेस कितने प्रकार के होते है ?
मुख्य रूप से बिजनेस के 5 प्रकार होते है ।
1. Manufacturing business
2. Merchandise business
a. Distributor business
b. Retail business
3. Service business
4. Franchise business
5. Hybrid business
1. Manufacturing business
Manufacturing बिजनेस का हिंदी अर्थ होता है निर्माण व्यवसाय । Manufacturing बिजनेस एक ऐसा बिजनेस होता है जिसमे किसी product की उत्पादन ( manufacturing ) की जाती है ।मतलब प्रोडक्ट को बनाया जाता है raw materials और machines के जरिए । फिर उस प्रोडक्ट को whole sellers को या तो retailers को बेचा जाता है ।
उधारण :- जूते बनाने का बिजनेस , पापड़ बनाने का बिजनेस , बेकरी आदि ।
2. Merchandise business
इस बिजनेस में किसी भी प्रकार के सामान ( प्रोडक्ट ) की manufacturing नही होती है बल्के बने बने प्रोडक्ट्स को खरीद कर बेचा जाता है और मुनाफा कमाया जाता है ।
Merchandise business दो प्रकार के होते है ।
- Distributor business
- Retail business
a. Distributor business
इस बिजनेस में आपको कोई प्रोडक्ट बनाने की आवश्कता नही होती है बजाए इसके आप किसी manufacturer से बना बनाया प्रोडक्ट बहुत ही कम कीमत में और अच्छी खासी तादाद ( Quantity ) में खरीद कर उसे एक अच्छी कीमत में retailers को बेच सकते हो ।
b. Retail business
इस बिजनेस में कोई retailer किसी distributor या फिर manufacturer से सामान ( प्रोडक्ट ) को अच्छी खासी तादाद ( Quantity ) में खरीदता है और उन खरीदे हुए सामानों को अपने दुकान में खुदरा खुदरा कर के बेचता है ।
3. Service business
इस बिजनेस में आपको ना तो कोई प्रोडक्ट बनाने की और ना ही कोई प्रोडक्ट बेचने की जरूरत होती है बजाए इसके आपको लोगों को सेवाए प्रदान करनी पड़ती है । फिर उन प्रदान किए हुए सेवा के बदले में लोग आपको पैसे देते है ।
उधारण :-Salonदुकान , Doctor का clinic ,Coaching , School आदि ।
4. Franchise business
Franchise बिजनेस में आप किसी बड़े सफल बिजनेस के बने बनाए नाम को खरीदते है जिसे franchise कहते है और उस खरीदे हुए नाम पर अपनी दुकान खोलते है ।
उधारण :- Mcdonalds , KFC , subwayआदि ।
लेकिन आप जिस भी बिजनेस की franchise लेते हो आपको उस बिजनेस के सभी बातों को मानना पड़ता है ।
5. Hybrid business
ये एक ऐसा बिजनेस है जिसमे किसी प्रोडक्ट की उत्पादन भी होती है , लोगों को वो उत्पाद किया हुआ प्रोडक्ट बेचा भी जाता है और तो और लोगों को सेवा भी प्रदान की जाती है । जैसा के इस बिजनेस में इतनी सारी गतिविधियां शामिल है इसलिए इसे hybrid business कहा जाता है ।
उधारण :- पुराना पंखा वाला । क्योंकि वो पंखा बनाता भी है , लोगों से पुराना पंखा खरीदता भी है और तो और लोगों के घरों में खराब पंखे को ठीक भी करता है ।
Business ownership के प्रकार
ऊपर हमने जाना के बिजनेस कितने प्रकार के होते है और अब हम जानेंगे के बिजनेस में जो हिस्सेदारी ( ownership ) होती है उनके कितने प्रकार होते है ।
Business ownership के 5 प्रकार होते है ।
1. Sole proprietorship
2. Partnership
3. Corporation
4. Cooperative
5. Non profit organization
1. Sole proprietorship
तो दोस्तों अब हम हमारे पोस्ट business kya hai में जानेंगे sole proprietorship के बारे में ।
Sole proprietorship को एक आदमी का बिजनेस भी कहा जाता है । इसमे एक अकेला व्यक्ति अपने बिजनेस की शुरआत करता है और वही व्यक्ति पूरे बिजनेस को चलाता भी है जिस वजह से उस व्यक्ति के पास अपने बिजनेस का पूरा मालिकाना हक ( ownership ) भी होता है ।
• लेकिन जब इस बिजनेस में ग्रोथ ( growth ) होती है मतलब के जब बिजनेस बड़ा हो जाता है तो उस व्यक्ति को और भी दूसरे लोगों की जरूरत होती है अपने बिजनेस को चलाने के लिए ।
2. Partnership
Partnership में 2 या 2 से ज्यादा व्यक्ति मिल कर बिजनेस को शुरू करते है और उस बिजनेस को खुद ही मिल कर चलाते भी है । वो लोग फायदे और नुकसान को आपस में बाट लेते है अपने बिजनेस से संबंधित सभी निर्णय खुद ही लेते है ।
Partnership के भी बहुत से प्रकार होते है जिन्हे हम इस पोस्ट business kya hai में नही जानेंगे बल्के किसी और पोस्ट में समझेंगे ।
3. Corporation
Corporation एक कंपनी के जैसा ही होता है लेकिन ये कंपनी से बहुत बड़ा होता है । कंपनी के owners कुछ गिने चुने लोग होते है लेकिन corporation के owners shareholders होते है ।
Corporation के और भी कई प्रकार होते है जिन्हे हम किसी और पोस्ट में पढ़ेंगे ।
4. Cooperative
Cooperative में कुछ व्यक्ति आपस में मिल कर अपने निजी फायदे के लिए एक बिजनेस का निर्माण करते है । Cooperative में किसी भी बाहर के लोगों को किसी प्रकार का फायदा नही मिलता है ।
5. Non profit organization
Non profit organization ऐसे बिजनेस को कहते है जिसका उद्देश मुनाफा कमाना नहीं होता है बल्के सामाजिक सेवा करना जैसे गरीबों की मदद करना , भूकों को खाना खिलाना आदि ।
Non profit organization को NPO कहते है ।
Business के फायिदे
Advantages ( pros ) of business
Business kya hai, बिजनेस के प्रकार , बिजनेस ownership के प्रकार और बिजनेस के उद्देश को जाने के बाद जरूरी है के हम बिजनेस के फायदे और नुकसान दोनो को बारे में भी जाने ।
क्योंकि अधूरी जानकारी किसी काम की नही होती है । इसलिए इसी बात को ध्यान में रखते हुए इस पोस्ट business kya hai में अब बारी है बिजनेस के फायदे की ।
बिजनेस करने के तो बहुत से फायदे होते है चलिए कुछ फैयदों की तरफ नजर डालते है ।
- बिजनेस में आपकी कमाई fixed नही होती है आप बहुत ज्यादा भी कमा सकते हो और बोहोत कम भी ।
- आप अपने बिजनेस से अगर दूर भी हो जाए तब भी आपका बिजनेस आपके बिना भी चलता रहेगा । क्योंकि आपके बिजनेस से जो कमाई होती है वो passive income होती है ।
- बिजनेस में आपका कोई boss नही होता है बल्के आप खुद किसी के बॉस होते हो ।
- Job या self employed के मुकाबले में बिजनेस को बहुत tax benifit मिलती है मतलब बिजनेस को tax pay करने में बोहोत छूट मिलती है ।
- एक सफल बिजनेस को समाज में बहुत ज्यादा इज्जत मिलती है ।
Business के नुकसान
Disadvantages (cons) of business
इस पोस्ट business kya hai में बिजनेस के फायदों को जानने के बाद अब चलते है बिजनेस के नुकसान को भी जानने के लिए ।
- ज्यादा तर बिजनेस को शुरू करने के लिए आपके पास अच्छे खासे पैसे होने चाहिए ।
Note : लेकिन आज के ज़माने में बहुत से online और offline बिजनेस ऐसे भी है जो बहुत ही कम पैसो के साथ भी शुरू हो सकते है । अगर आपको उन सब बिजनेस आइडिया के बारेवमे जानना है तो आप इन सब पोस्ट को पढ़े ।
Online business ideas in hindi
- बिजनेस शुरू करने में बहुत risk भी होता है जिस वजह से बहुत से लोग बिजनेस से दूर ही रहते है ।
- जब आप अपना बिजनेस शुरू करोगे तो आपको अपने बिजनेस के लिए बहुत ही ज्यादा काम करना पड़ेगा और उस काम का कोई सही वक्त नहीं होता है ।
- शुरुआती दिनों में आपके बिजनेस में बहुत सी परेशानियां मिलेंगी जिनको आपको अकेले ही सुलझाना पड़ेगा ।
- आपका बिजनेस पहली बार में ही चल जाए इस बात की कोई guarenty नही होती है ।
FAQ
Q 1 : बिजनेस करने के लिए कितनी उमर होनी चाहिए ?
बिजनेस करने की कोई उम्र नहीं होती है । क्योंकि कुछ लोग ऐसे भी है जिन्हो ने 50 साल की उमर के बाद अपने बिजनेस की शुरुआत की और कुछ लोगों ने 20 से कम की उमर में अपने बिजनेस की शुरुआत की और सफल हो कर दिखाया ।
Q 2 : बिजनेस क्या होता है ?
Business को अगर आसान भासा में बताए तो बिजनेस का मतलब होता है goods ( सामान ) और services ( सेवा ) लोगों को बेच कर उनकी जरूरतों को पूरा करना और पैसे कमाना ।
Q 3 : अपना खुदका बिजनेस शुरू करने में कितना risk होता है ?
अपने खुद के बिजनेस को शुरू करने में जो risk होता है वो आपके planning / strategy के ऊपर निर्भर करता है । के आपने अपने बिजनेस के लिए किस तरह की planning की है ।
Q 4 : क्या आपका बड़ा और अच्छा network होना आपके बिजनेस के लिए फायदे मंद है ?
अच्छा और बड़ा network होना ना आपको सिर्फ आपके बिजनेस में मदद करेगा बल्के आपको आपके personal life में भी मदद करेगा ।
CONCLUSION
आज के इस पोस्ट Business kya hai में आपने जाना के आखिर business शुरू करने से पहले आपको इसके फायदे और नुकसान के बारे में जानना क्यों जरूरी है और business का असल मतलब क्या है और इसके कितने प्रकार होते है बिजनेस करने के हिसाब से और बिजनेस के ownership के हिसाब से ।
मैं अब उमीद करता हु के आपको ये पोस्ट Business kya hai को पढ़ कर बहुत कुछ सीखने को मिला होगा और आपने अपनी जिंदगी में कभी कोई बिजनेस शुरू किया है या नहीं कृपया करके मुझे comment करके बताए ।
और आप लोगों को मैं ये कहना चाहूंगा के आपसे जितना हो सके इस पोस्ट business kya hai को अपने दोस्तों के साथ share करे और और उन्हे भी ये जानने के मौका दे के आखिर ये business kya hai ?
धन्यवाद !!!